“आज फोन स्मार्ट हो
गया ओर इंसान गधा ।“
उपर लिखे गये एक
वाक्या को आप पढ तो बहोत आसानी से लेंगे लेकिन आप इसे अपने जिवन मे कभी उतार नही
पायेंगे क्यूकि हमे अब इन चिज़ो कि आदत पद चुकी है। हम फोन को नही फोन हमे इस्तमाल
कर रहे है।
- एसा क्यू ?
- आप ने कभी सोचा है ?
अब बात करते है, स्मार्ट सिटी या स्मार्ट विल्लेज कि...
पिछले हफ्ते ही मेंने
एक हरकत देखी,जरा ध्यानसे पढीएगा “ एक लडकी थी पूजा (नाम काल्पनिक है) । 10वी क्लास
मे पढ्नेवाली नाबालिग लडकी जो रविवारको अपने ट्यूशन क्लासेस जा रही थी। पूज़ा के ट्युशन
का रास्ता एक मर्केटसे हो कर गुज़रता है, जब उस दिन वह उस रास्तेसे जा रही थी थी तो कुछ आवारा लडको की नज़र पूजा
पर पडी,वो उसका पिछा करने लगे
। जब वो मर्कट के रास्ते तक पहोच चुकी थी,उन लडकोकि हिम्मत इतनी बढ गयी कि उन्होने पूजा का हाथ पकड लिया,उसे सरेआम छेडने लगे,उसकी छती से दुप्पट्टा तक खिच लिया गया । अब तो हद
हो चूकी थी।
“इस नज़ारे को देखने के
बाद मुझे ये समज़ मे आ गया की ह्मारे आस-पास की भिड सिर्फ दिखावेके लिये है,क्या
कोइ मर्द नहि था उस मासूम कि इज्जत बचाने के लिये? “
अरे मेरा भारत तो विरोकि भूमि की भूमि कहलाता
है यहा कि मिट्टी ने “शिवाजिराजे” ,
“महाराणा प्रताप” ,
“क्रिश्ण” ,“राम”, “भगतसिह” ओर ना जाने कितने विरोको जन्म दिया है,जिन के नाम तक हमे नहि मालूम पर वो हमारे लिये अपने
जिवन का बलिदान दे दिया ।
अब आप कहेंगे उन विरो को ह्मने कहा था अपनी जान
देनेके लिये?
तो इसका जवाब है “नही-वो सब पागल थे, जि हाँ वो सब पागल
थे,
क्यु कि वो तेर- मेरा करने मे नहि समझते थे,
वो आपका परिवार हो या मेरा वो सब को अपना मांनते थे । ओर हाँ मुझे गर्व है उन सब पगलो
पर । “
कास उस दिन इतनी भिडमे एक तो अवाज उस मासूम लडकी
के सपोर्ट मे उठती...
क्या हमे एसी ही स्माटसिटी चाहिए? सोचिए ....
“ कोइ नेता कहेगा मे ये कर दुंगा वो कर दुंगा,स्मार्ट सिटी लाउंगा, पानी खाना दुंगा,रोज़गारी दुंगा वगेरा
वगेरा... “ पर क्या वो नेता उस लडकी कि खोयी हुइ इज्जत दे सक्ता है? “
आप अपने फेसले खूद ले,ना की दुसरो के सहारे
जिए,
आप् की सोच है,आप
मे इश्वर है,आप
मे ही खुदा है,
आप मे ही रब बस्ता है ।
एक बार हिम्मत तो करो, किसी मासूम कि मदद
तो करो,
किसी का सहारा तो बनो । ये मत सोचो कि आप अकेले हो,अगर आप सही हो तो पुरी कायनात आप के साथ है, ओर कोइ नही तो उपरवाला
तो हमेशा से था ही ।
खुश रहे, सलामत रहे, जय हिंद ।
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